गुण्डा बदमाश की दबंगई पर कबीरधाम पुलिस की बड़ी कार्रवाई – निकाला जुलूस, भेजा जेल

कवर्धा। जिले में आदर्श आचार संहिता लागू होने के बीच कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस द्वारा लगातार गश्त व कार्रवाई की जा रही है। इसी क्रम में थाना कुकदुर पुलिस ने एक शातिर गुण्डा बदमाश शाकिर खान पर शिकंजा कसते हुए उसे गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया।
यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह (IPS) के निर्देशन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पुष्पेंद्र बघेल एवं पंकज पटेल के मार्गदर्शन तथा एसडीओपी पंडरिया भूपत सिंह के नेतृत्व में की गई।
गुंडा बदमाश का आपराधिक इतिहास और हालिया अपराध
गिरफ्तार अपराधी शाकिर खान, निवासी कुई, थाना कुकदुर पूर्व में गांजा तस्करी के मामले में जेल गया था, लेकिन छूटने के बाद उसने पुनः दादागिरी, मारपीट व भय फैलाने जैसी घटनाओं को अंजाम देना शुरू कर दिया।
हाल ही में दिनांक 05 फरवरी 2025 को आरोपी ने एक महिला के साथ मारपीट की, जिससे क्षेत्र में आक्रोश फैल गया। इसके पहले भी दिनांक 29 सितंबर 2024 को उसने अपने साथी के साथ मिलकर रामजी पनिका निवासी राली, थाना तरेगांव से जबरन पैसे मांगे। इंकार करने पर डंडे से गंभीर मारपीट कर उसे घायल कर दिया।
इस मामले में थाना कुकदुर में अपराध क्रमांक 127/24, धारा 296, 115(2), 351(3), 3(5) बीएनएस के तहत प्रकरण दर्ज किया गया था। विवेचना के दौरान आरोपी पर धारा 119(2) बीएनएस जोड़ी गई, जिसमें अजमानतीय अपराध व आजीवन कारावास तक की सजा का प्रावधान है।
बाजार में निकाला गया जुलूस, भेजा गया जेल
गंभीर आपराधिक गतिविधियों के चलते पुलिस ने शाकिर खान (34 वर्ष), पिता शकील खान को गिरफ्तार कर उसका बाजार में जुलूस निकाला, ताकि समाज में कानून-व्यवस्था का स्पष्ट संदेश जाए और अपराधियों में भय व्याप्त हो। इसके बाद आरोपी को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया।
पुलिस की सख्त चेतावनी – अपराध बर्दाश्त नहीं
कबीरधाम पुलिस ने स्पष्ट किया कि जिले में किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधि या अपराध बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि शांति एवं सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए इस तरह की कड़ी कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।
इस कार्यवाही में थाना प्रभारी निरीक्षक जे.एल. शांडिल्य, सउनि. चंद्रभूषण सिंह राजपूत, प्रधान आरक्षक संजू झारिया, मनोज तिवारी, अजय जायसवाल, आरक्षक गज्जू सिंह राजपूत, रम्हौ राम, पंचम बघेल, विनोद सिदार, संदीप पाण्डेय एवं दूजराम सिंद्राम की महत्वपूर्ण भूमिका रही।